यूपी विधानसभा से ऐन वक्त पहले भाजपा को झटका देते हुए स्वामी प्रसाद मौर्य ने समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया है।यूपी कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने योगी सरकार पर दलितों, पिछड़ों, किसानों, व्यापारियों के प्रति उपेक्षात्मक रवैया का आरोप लगाते हुए मंत्री पद से इस्तीफा राज्यपाल को सौंप दिया है।
तो वहीं दूसरी खबर ये आ रही है कि श्री दारा सिंह चौहान ने भी पार्टी को अलविदा कहते हुए अखिलेश यादव से हाथ मिला लिया है इस बात कि जानकारी देते हुए अखिलेश यादव ने अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया है लिखा है सामाजिक न्याय’ के संघर्ष के अनवरत सेनानी श्री दारा सिंह चौहान जी का सपा में ससम्मान हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन! सपा व उसके सहयोगी दल एकजुट होकर समता-समानता के आंदोलन को चरम पर ले जाएँगे… भेदभाव मिटाएँगे! ये हमारा समेकित संकल्प है! सबको सम्मान ~ सबको स्थान!
‘सामाजिक न्याय’ के संघर्ष के अनवरत सेनानी श्री दारा सिंह चौहान जी का सपा में ससम्मान हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन!
सपा व उसके सहयोगी दल एकजुट होकर समता-समानता के आंदोलन को चरम पर ले जाएँगे… भेदभाव मिटाएँगे! ये हमारा समेकित संकल्प है!
सबको सम्मान ~ सबको स्थान!#मेला_होबे pic.twitter.com/rGxMYUyvsd
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) January 12, 2022
इन सियासी हल चल के बीच बहुत सारे भाजपा से नाराज़ नेता लाइन में हैं।कयास यह भी लगाए जा रहे हैं स्वामी प्रसाद मौर्य की बेटी संघमित्रा जो भाजपा से सांसद हैं, वो भी समाजवादी का दामन थाम सकती हैं।
अब देखना यह होगा भाजपा से नाराज नेताओं का पार्टी छोड़कर सपा में जाना आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा को कितना नुकसान साबित करता है और सपा को कितना फायदा पहुंचाता है।
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