नई दिल्ली : ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के फायर बराण्ड नेता वारिस पठान ने बीते दिनों एक विवादित बयान दिया था वारिस पठान ने अपने बयान में कहा था कि , “ईट का जवाब पत्थर से देना अब हमलोग सीख गए हैं, बस हमें एकजुट रहने की जरूरत है. उन्होंने अपने भाषण में यह भी कहा था , “वे हमें बताते हैं कि हमने अपनी महिलाओं को सामने रखा है, अरे केवल शेरनी बाहर आई है इस से ही पसीना बहा रहे हैं. आप समझ सकते हैं कि अगर हम सब एक साथ आए तो क्या होगा. 15 करोड़ हैं मगर 100 के ऊपर भारी पड़ेंगे. याद रख लेना. ”
वारिस पठान के इस बयान के बाद जहां हर कोई इस की निंदा कर रहा है तो वहीं जानी मानी पत्रकार आरफा खानम शेरवानी ने भी आपत्ति जताते हुए ट्विटर पर लिखा मैं 100 में से 14 हूँ लेकिन ,ये 14 कम नहीं पड़ते हैं ,मैं पूरे 100 में बसता हूँ ,पूरे 100 मुझमें बसते हैं ,मैं जितना मुसलमां हूँ भाई, मैं उतना हिंदुस्तानी हूँ,To quote the brilliant ,हुसैनहाइड्री,और ये भी याद रहे-“कोई नेता मेरी नस-नस में नहीं
मैं किसी पार्टी के बस में नहीं”
मैं 100 में से 14 हूँ लेकिन
ये 14 कम नहीं पड़ते हैं
मैं पूरे 100 में बसता हूँ
पूरे 100 मुझमें बसते हैं
मैं जितना मुसलमां हूँ भाई,
मैं उतना हिंदुस्तानी हूँ
To quote the brilliant @hussainhaidry
और ये भी याद रहे-
“कोई नेता मेरी नस-नस में नहीं
मैं किसी पार्टी के बस में नहीं” https://t.co/zPOvQEUmzS— Arfa Khanum Sherwani (@khanumarfa) February 21, 2020
उन्हों ने यह पर्तिकिर्या एक पत्रकार मिलिन्द खांडेकर के ट्वीट को टैग करते हुए कहा जिसमें लिखा था ये ज़बान की आतिशबाज़ी नहीं है, AIMIM के नेता वारिस पठान की ज़बान ज़हर उगल रही है ,एक तरफ़ आप संविधान की दुहाई देते है और दूसरी तरफ़ मारकाट की ये भाषा ?15 करोड़ है मगर 100 करोड़ पर भारी पड़ेंगे, ये याद रख लेना
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