दिल्ली. में जन्मीं सलेहा जबीन (Saleha Jabeen) अमेरिकी सेना (US military) में शामिल होने वाली पहली मुस्लिम चैपलिन (Spiritual Mentor) हैं. उन्होंने एयर फोर्स बेसिक चैपलिन (Chaplain) कोर्स किया है और अब आध्यात्मिक मामलों में मेंटर के तौर पर अपना काम शुरू करेंगी. अमेरिकी सेना में शामिल पहली भारतीय-मुस्लिम ‘चैपलिन’ सलेहा जबीन ने एक आध्यात्मिक सलाहकार के रूप में अपना कर्तव्य निभाने का संकल्प लिया है.
बुधवार को जारी एक आधिकारिक बयान के मुताबिक़ पांच फरवरी को ऐतिहासिक स्नातक समारोह (Historical Graduation Event) का आयोजन किया गया था. भारत में जन्मी जबीन ने कहा कि वह यह अवसर पाने के लिए बेहद आभारी हैं और इस जिम्मेदारी से भी पूरी तरह अवगत हैं कि उन्हें एक उदाहरण पेश करना होगा और दिखाना होगा कि जो भी सेवा करना चाहता है, उसके लिए सेना में एक जगह है.
उन्होंने कहा, ‘मुझे अपने किसी धार्मिक विश्वास या प्रतिबद्धता के साथ समझौता नहीं करना पड़ा. मेरे आसपास ऐसे लोग हैं, जो मेरा सम्मान करते हैं. एक महिला (Saleha Jabeen Female MuslimChaplin), एक आध्यात्मिक नेता और एक प्रवासी के तौर पर मेरे साथ काम करने को लेकर उत्साहित हैं.’ जबीन ने कहा, ‘मुझे कौशल हासिल करने के लिए कई अवसर प्रदान किए गए, जो एक सफल अधिकारी और बहुलतावादी वातावरण में एक ‘चैपलिन’ बनने में मदद करेंगे.’
जबीन को पिछले साल दिसंबर महीने में शि़कागो में ‘कैथोलिक थियोलॉजिकल यूनियन’ में बतौर ‘सेकेंड लेफ्टिनेंट’ नियुक्त किया गया था. वह (Female Muslim Chaplain) रक्षा विभाग में नियुक्त की गईं, पहली महिला मुस्लिम ‘चैपलिन’ हैं. वह एक छात्र के तौर पर 14 साल पहले अमेरिका आई थीं. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, जबीन ने नॉर्थ पार्क यूनिवर्सिटी से बिजनेस और इकॉनमिक्स में बीए किया है. इसके बाद उन्होंने कैथोलिक थियोलॉजिकल यूनियन से थियोलॉजी-इंटररिलीजियस डायलॉग में एमए किया. फिर जबीन ने ट्रिनिटी क्रिश्चन कॉलेज से काउंसलिंग साइकोलॉजी में भी कोर्स किया है.
ज़बीन को इस क़ामयाबी पर लोग मुबारक़बाद दे रहे हैं.
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