नई दिल्ली पुदुच्चेरी में कांग्रेस-डीएमके की सरकार गिर गई है. विश्वास मत परीक्षण पर वोटिंग से पहले ही राज्य के मुख्यमंत्री वी नारायणसामी ने सदन से वाकआउट कर दिया है. इसके बाद विधान सभा अध्यक्ष ने एलान किया कि सरकार ने अपना बहुमत खो दिया है. कांग्रेस के पांच विधायकों और सहयोगी डीएमके के एक विधायक के इस्तीफा देने के बाद नारायणसामी सरकार अल्पमत में आ गई थी.
ज़ानकारी के मुताबीक़ पुदुच्चेरी विधानसभा में बहुमत परीक्षण से पहले ही सोमवार (22 फरवरी) को कांग्रेस नेता और राज्य के मुख्यमंत्री वी नारायणसामी ने सदन से वाकआउट कर दिया. इसके बाद स्पीकर ने ऐलान किया कि सरकार के पास बहुमत नहीं है. सीएम अब राजभवन जाकर उप राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौपेंगे।
पुदुच्चेरी में बहुमत परीक्षण हारने के साथ ही कांग्रेस के हाथ से एक और राज्य की सत्ता चली गई. इससे पहले पिछले साल मध्य प्रदेश में कांग्रेस की कमलनाथ सरकार गिर गई थी. उसके बाद भाजपा के शिवराज सिंह चौहान ने वहा सरकार बनाई थी. पुदुच्चेरी में नई सरकार बनेगी या राष्ट्रपति शासन लगेगा इस पर स्थिति साफ नहीं हो सकी है लेकिन संभावना जताई जा रही है कि वहां राष्ट्रपति शासन लगाया जा सकता है।
पुदुच्चेरी में कांग्रेस का चेहरा रहे नारायणसामी के खिलाफ पार्टी विधायकों ने तब बगावत का बिगुल फूंका है जब कुछ ही महीनों में वहां विधानसभा चुनाव होने वाले हैं और कांग्रेस ने उन्हीं की अगुवाई में चुनाव लड़ने का ऐलान किया है. पांच साल पहले कांग्रेस ने नारायणसामी को केंद्र की राजनीति से राज्य की राजनीति में भेजा था. वो केंद्र की मनमोहन सिंह की यूपीए-2 सरकार में प्रधान मंत्री कार्यालय में केंद्रीय राज्य मंत्री के तौर पर काम कर रहे थे, लेकिन 2016 में उन्हें पुडुचेरी का सीएम बनाया गया था।
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