उत्तर प्रदेश के कानपुर में बड़े इत्र कारोबारी पीयूष जैन के घर पर आयकर विभाग की छापेमारी की कार्रवाई जारी है। आईटी विभाग की रेड के दौरान कानपुर के जूही स्थित आनंदपुरी में कारोबारी पीयूष जैन के यहां से इतने पैसे मिले हैं कि बीते 24 घंटे से नोटों को गिनने का सिलसिला जारी है। हालत यह हो गई है कि बार-बार मशीन गर्म हो जा रही है और काम को रोकना पड़ जा रहा है।
इससे भी बड़ी चौंकाने वाली खबर यह है कि अधिकारियों को मकान में तहखाना होने की भी जानकारी मिली है। हालांकि, अभी तक इसकी डिटेल नहीं आई है। फिलहाल, आयकर विभाग की छापेमारी में अब तक करीब 160 करोड़ रुपए मिल चुके हैं, जिसे गिनने के लिए न केवल बैंक के कर्मियों का सहारा लिया गया है, बल्कि 6 मशीनें भी मंगाई जा चुकी हैं।
आयकर विभाग की कार्रवाई में पीयूष जैन के घर से नोटों की इतनी गड्डियां मिली हैं कि इसके लिए अबतक 50 बक्से मंगवाए जा चुके हैं, जिनमें नोटों को रखा जा रहा है। इतना ही नहीं, इन बक्सों को ले जाने के लिए कंटेनर भी मंगा लिए गए हैं। इन रुपयों को गिनने के लिए अभी तक 6 मशीनें लाई गई हैं। यहां आईटी विभाग की टीम के साथ-साथ डीजीजीआई की टीम भी मौजूद है। वहीं, इत्र कारोबारी पीयूष जैन के बेटे प्रत्यूष को डीजीजीआई टीम उनके कन्नौज के सील बंद मकान में लेकर पहुंची है।
पइधर, पीयूष जैन के घर पड़ी इनकम टैक्स की रेड के तार कन्नौज से जुड़ गए हैं। पीयूष के कन्नौज स्थित घर मे भी आईटी की एक टीम पूछताछ व छानबीन कर रही है। इनकम टैक्स की टीम की छापेमारी की खबर मिलते ही इलाके में हड़कम्प मच गया। टीम इत्र निर्माता का घर बाहर से बन्द होने के कारण नोटिस चिपका कर वापस चली गई। बता दें कि इत्र व्यापारी के कानपुर स्थित आवास पर भी कल इनकम टैक्स का छापा पड़ा था।
बताया जा रहा है कि नोटों की गिनती के लिए एसबीआई के अधिकारियों की मदद ली जा रही है, जिसके बाद बरामद हुए रुपयों की सही जानकारी मिल पाएगी। पीयूष जैन के अलावा, पान मसाला कारोबारी केके अग्रवाल के घर पर भी छापेमारी की कार्रवाई जारी है। आईटी टीम के साथ अहमदाबाद से आई डीजीजीआई की टीम भी इस अभियान में शामिल है। मौके पर बैंककर्मियों के अलावा पीएसी और पुलिस बल मौजूद है।
दरअसल, पीयूष जैन पर आरोप है कि कई फ़र्ज़ी फर्मों के नाम से बिल बनाकर कंपनी ने करोड़ों रुपयों की जीएसटी चोरी की। पीयूष के घर से 200 से अधिक फर्जी इनवॉइस और ई-वे बिल मिले हैं। पीयूष जैन के घर में बड़ी तादाद में बक्से मंगवाये गए हैं। छापेमारी के दौरान जीएसटी चोरी का भारी खेल सामने आया है।
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