नई दिल्ली: केंद्र सरकार द्वारा पारित विवादित नागरिकता कानून के विरोध में जंतर-मंतर में पीस पार्टी द्वारा विशाल ऐतिहासिक जनआंदोलन किया गया जिसमें देश भर से आए हजारों कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया और इस दौरान नागरिकता कानून के विरोध के दौरान शहीद हुए “संविधान सेनानियों” के परिजनों को सम्मानित किया गया और उन्हें हर संभव मदद देने की घोषणा की.
इस दौरान डाक्टर अय्यूब (राष्ट्रीय अध्यक्ष, पीस पार्टी) ने सभी कार्यकर्ताओं को संविधान रक्षा की शपथ दिलाई और कहा कि संविधान बचेगा तभी देश बचेगा और आखिरी दम तक हम संविधान और अपने वजूद की लड़ाई लड़ेगे. डाक्टर अय्यूब ने सरकार से अपनी मुख्य मांग का जिक्र करते हुए कहा कि. सरकार CAA को वापस ले क्योंकि यह संविधान के अनुच्छेद 14 का उल्लंघन करता है और संविधान के मूल ढांचे के खिलाफ है.
उन्होंने कहा कि सरकार सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दे कि किसी भी व्यक्ति को धर्म के नाम पर न नागरिकता दी जाएगी और ना नागरिकता छीनी जाएगी. एनपीआर पुरानी प्रक्रिया के तहत होगा उसमें नए सवाल नहीं जोड़े जाएंगे. डॉक्टर अय्यूब ने कहा कि CAA आंदोलन के दौरान जितने भी लोग शहीद हुए हैं सरकार उनको शहीद संविधान सेनानी घोषित करे एवं 50 लाख का मुआवजा उनके परिवारों को दे. उन्होंने कहा कि CAA आंदोलन के दौरान सविधान सेनानियों पर हुए दर्ज मुकदमे वापस लिए जाएं.
पीस पार्टी अध्यक्ष ने मांग करते हुए कहा कि सरकार यह स्पष्ट करे कि एनआरसी आएगा या नहीं आएगा आएगा तो कब आएगा एवं उसकी प्रक्रिया क्या होगी साथ ही उसका CAA और NPR से क्या संबंध होगा. कार्यक्रम के आख़िर में डॉक्टर अय्यूब ने कहा कि अगर सरकार संविधान विरोधी नागरिकता कानून को वापस नहीं लेगी तो वो राष्ट्रव्यापी आंदोलन करेंगे और न्यायालय से लेकर सड़क तक लड़ाई लड़ेगे. डाक्टर अय्यूब ने कहा कि आज सभी संविधान को मानने वालो को एकजुट होने का वक़्त है
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