नई दिल्ली : भारत-चीन सीमा विवाद के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अचानक लद्दाख पहुंच गए. यहां उन्होंने लद्दाख के नीमू पोस्ट में थलसेना और वायुसेना के अफसरों से मुलाकात की. अधिकारियों ने पीएम को वर्तमान स्थिति के बारे में ब्रीफ किया. इस दौरान चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे भी मौजूद रहें. इसके बाद पीएम ने गलवान घाटी में घायल हुए जवानों से अस्पताल में मुलाकात की और सैनिकों को संबोधित किया.
उन्होंने अपने संबोधन में कहा है कि 14 कोर की जांबाजी के किस्से हर तरफ़ हैं. दुनिया ने आपका अदम्य साहस देखा है. आपकी शौर्य गाथाएं घर-घर में गूंज रही है.
प्रधानमंत्री के इस भाषण को लेकर अब राजनीति भी होने लगी है JNU के पूर्व छात्र अध्यक्ष और मौजूदा Communist Party of India के नेता कन्हैया कुमार ने लद्दाख में प्रधानमंत्री के भाषण को लेकर हमला बोला है कन्हैया ने अपने ट्विटर पर लिखा है “घायल और बीमार को भी हमारे साहेब दवाई और राशन नहीं, भाषण ही पिलाते हैं।
घायल और बीमार को भी हमारे साहेब दवाई और राशन नहीं, भाषण ही पिलाते हैं।
— Kanhaiya Kumar (@kanhaiyakumar) July 3, 2020
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मौके पर जवानों से कहा, “आपकी इच्छाशक्ति हिमालय की तरह मज़बूत और दृढ़ है, पूरे देश पर आपको गर्व है.” प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लेह में जवानों को संबोधित करते हुए चीन का नाम लिए बिना कहा कि विस्तारवाद का युग ख़त्म हो चुका है.
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