मोदीजी के परम् मित्र मुकेश अम्बानी की ‘देश की नई दुकान’ जियो मार्ट ने व्हाट्सएप्प से समझौता कर लिया है ….मुकेश अम्बानी की नजर सीधे लाखो किराना व्यापारियों के बिजनेस पर है
अगले कुछ महिनो में आपके मोबाइल के वॉट्सऐप में जियोमार्ट का आइकन दिखना शुरू हो सकता है जिसके द्वारा आप तमाम तरह के सामान की ऑनलाइन शॉपिंग कर पाएंगे.
आपके पड़ोस की जो दुकान उनकी योजना में शामिल होगी वो बचेगी बाकी सब साफ जो जाएंगे क्योंकि यह ऑनलाइन-टू-ऑफलाइन मॉडल है जो चीन में काफी सफल सिद्ध हुआ है, इसमें उपभोक्ता को ऑनलाइन उत्पादों को सर्च करने और उसे किसी फिजिकल स्टोर से खरीदने का विकल्प मिलता है.
रिलायंस पहले से ही भारत का सबसे बड़ा ऑफ़लाइन रिटेलर है। फेसबुक इंक. ने रिलाइंस इंडस्ट्रीज की डिजिटल इकाई जिओ प्लेटफार्मों में 9.9% हिस्सेदारी 5.7 बिलियन डॉलर में खरीद ली थी अब जियो के कस्टमर वॉट्सऐप के जरिए सामानों की बुकिंग कर पाएंगे जिसके देश में लगभग 40 करोड़ यूजर्स हैं,रिलायंस के खुद के भी देश भर में करीब 30 करोड़ कस्टमर हैं जो जियो सर्विस का फायदा ले रहे हैं.
ऑनलाइन-टू-ऑफलाइन के अंदर जियोमार्ट आपके पड़ोस में स्थित किसी एक मौजूदा किराना स्टोर को 48 घंटों के अंदर रिफ्रेश्ड सेल्फ सर्विस स्टोर्स में बदल देगा रिलायंस न केवल किराना दुकानों को वस्तुओं की खरीद में मदद करता है, बल्कि अपने पॉइंट ऑफ सेल (पीओएस) सिस्टम के माध्यम से, किराना दुकानदारों को फाइनेंसिंग, इन्वेंट्री मैनेजमेंट और टैक्स रिटर्न फाइलिंग सेवाएं भी प्रदान करेगा जियोमार्ट प्लेटफॉर्म पर मल्टीफंक्शनल पीओएस के जरिए किराना स्टोर ग्राहकों से कनेक्ट रह सकते हैं और उनके साथ ट्रांजेक्शन कर सकते हैं.
इसमे आपके द्वारा खरीदे गए सामान का वितरण या तो किराने की दुकान द्वारा या आरआईएल के लॉजिस्टिक्स इकाई द्वारा किया जाएगा।
यह पहले भी लिख चुका हूँ कि भारतीय बाजार में रिलायंस के पास पूंजी, असीमित क्षमता, व्यापक रिटेल आउटलेट और संसाधन हैं, जिससे वह प्रतिस्पर्धा को ही समाप्त कर सकती है। मुकेश अंबानी का मकसद देश में रिटेल क्षेत्र में शीर्ष स्थान हासिल करना है और वह यह काम उसी तरह आसानी से कर सकते हैं, जिस तरह उन्होंने रिलायंस जियो के लिए किया लेकिन उनके इस प्रिडेटर एप्रोच से लाखो लोग बेरोजगार हो जाएंगे। ……
गिरीश मालवीय के वाल से साभार
जेजेपी न्यूज़ को आपकी ज़रूरत है ,हम एक गैर-लाभकारी संगठन हैं,इसे जारी रखने के लिए जितना हो सके सहयोग करें.