नई दिल्ली || कर्नाटक में टीपू सुल्तान और सावरकर को लेकर एक बार फिर विवाद सामने आ चुका है। जी दरअसल यहां के यादगिर जिले में टीपू सर्किल का नाम बदलकर सावरकर सर्किल कर दिया गया। इसके बाद यहां जमकर विरोध हुआ। यहाँ प्रदर्शनकारियों ने बड़ी संख्या में टीपू सर्किल पर पहुंचकर विरोध प्रदर्शन किया। जी दरअसल कर्नाटक में टीपू सुल्तान और सावरकर को लेकर विवाद कोई नई बात नहीं है। आपको बता दें कि इससे पहले शिवमोगा में भी दोनों के पोस्टर को लेकर स्वतंत्रता दिवस पर विवाद हुआ था। आपको बता दें कि स्वतंत्रता दिवस पर कर्नाटक के शिवमोगा में सावरकर और टीपू सुल्तान की होर्डिंग लगाने को लेकर तनाव पैदा हो गया था। जी दरअसल यहां दो गुट आपस में भिड़ गए थे। इसके बाद धारा 144 लगानी पड़ी थी।
कर्नाटक मे नगरपालिका ने "टीपू सर्कल" का नाम बदल कर "सावरकर सर्कल" कर दिया,
जिस के बाद मुस्लिम समूहो ने विरोध किया,टीपू सुल्तान और सावरकर मे फर्क बस इतना है कि टिपू सुल्तान ने कभी वतन से गद्दारी नही की और सावरकर ने कभी वतन से वफ़ादारी नही की!#TipuSultan https://t.co/DpttVP6S2X
— ɴᴀᴅͥᴇͣᴇͫᴍ ηεεd 🇮🇳 (@nadeem_need) November 30, 2022
आपको बता दें कि उस दौरान कर्नाटक (Karnataka) के शिवमोगा (Shivamogga) में स्थानीय आमिर अहमद सर्कल पर हिंदुत्व के प्रतीक विनायक दामोदर सावरकर और मैसूर के शासक टीपू सुल्तान का पोस्टर लगाने को लेकर दो समूहों के बीच विवाद के कारण इलाके में तनावपूर्ण स्थिति पैदा हो गई है, जिससे अधिकारियों को निषेधाज्ञा लागू करने को मजबूर होना पड़ा है। इस मामले में पुलिस ने ही जानकारी दी थी। जी दरअसल 76वें स्वतंत्रता दिवस समारोह के मद्देनजर एक समूह ने सावरकर का पोस्टर आमिर अहमद सर्कल पर लगे बिजली के खंभे के शीर्ष पर बांधने की कोशिश की थी, जिस पर दूसरे समूह ने आपत्ति जताई थी। दूसरा समूह वहां टीपू सुल्तान का पोस्टर लगाना चाहता था
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