नई दिल्ली। एनडीटीवी की स्थापना करने वाले और कंपनी के डायरेक्टर प्रणय रॉय और राधिका रॉय ने इस चैनल को चलाने वाली कंपनी RRPR के डायरेक्टर पद से इस्तीफा दे दिया है। राधिका रॉय की बहन सीपीएम की नेता वृंदा करात हैं। प्रकाश करात, प्रणय रॉय के साढ़ू हैं। एनडीटीवी के नए बोर्ड ने प्रणय और राधिका के इस्तीफे मंजूर कर बाजार नियामक सेबी और शेयर मार्केट को जानकारी भी दे दी है। बता दें कि मशहूर उद्योगपति गौतम अडाणी ने बीते दिनों एनडीटीवी के 29 फीसदी शेयर खरीद लिए थे। गौतम अडाणी ने कंपनी के शेयर होल्डर्स को ओपन ऑफर भी दिया है। इसके तहत उनको 29.18 फीसदी की और हिस्सेदारी मिल जाएगी। ओपन ऑफर के तहत अब तक 53 लाख शेयर अडाणी की कंपनी को मिल गए हैं। बाजार में एनडीटीवी के कुल 1.67 लाख शेयर थे। ओपन ऑफर 5 दिसंबर को बंद होगा!
अडाणी ग्रुप ने एनडीटीवी की प्रमोटर कंपनी आरआरपीआर होल्डिंग प्राइवेट लिमिटेड में 99.5 फीसदी शेयर हासिल कर लिए हैं। एनडीटीवी के नए बोर्ड में मशहूर पत्रकार संजय पुगलिया और सेंथिल चेंगलवारायण को नया डायरेक्टर बनाया गया है। गौतम अडाणी ने इस साल अगस्त में विश्वप्रधान कॉमर्शियल प्राइवेट लिमिटेड का अधिग्रहण किया था। इस कंपनी से रॉय दंपति ने 400 करोड़ रुपए लिए थे। बदले में शेयर्स में कन्वर्ट होने वाले बांड दे रखे थे। अडाणी ने विश्वप्रधान के टेकओवर के बाद इन बांड को शेयर में बदल लिया था। रॉय दंपति ने इस पर आपत्ति जताई थी। दोनों ने कहा था कि सेबी ने ऐसे किसी कदम पर रोक लगा रखी है। सेबी ने इस पर कहा कि रोक नहीं है और अडाणी का कदम नियमों के दायरे में है।
अब एनडीटीवी अडाणी ग्रुप के पास है। इस चैनल को सरकार के मुखर विरोधियों में माना जाता रहा है। खासकर एनडीटीवी हिंदी के मैनेजिंग एडिटर रवीश कुमार के प्रोग्राम से सरकार समर्थक काफी नाराज रहते रहे हैं। अभी ये पता नहीं है कि नई कंपनी के तहत रवीश कुमार काम करेंगे या नौकरी छोड़कर कहीं और जाएंगे। चर्चा इसकी है कि रवीश कुमार नौकरी छोड़कर अपना यूट्यूब चैनल शुरू कर सकते हैं। हालांकि, इस बारे में रवीश ने अब तक चुप्पी साधे रखी है।
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