बुल्ली बाई ऐप के मास्टरमाइंड नीरज बिश्नोई ने पुलिस की पूछताछ में चौंकाने वाला खुलासा किया है। वह इस ऐप के इस्तेमाल के दौरान ऐसी तकनीक का सहारा ले रहा था, जिससे कोई उसे इंटरनेट पर ट्रेस न कर सके। उसने प्रोटोन वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क का इस्तेमाल कर गिट हब (GitHub) अकाउंट और प्रोटोन ई-मेल एड्रेस बनाए. नीरज ने सभी को भ्रमित करने के लिए इसके वीपीएन (VPN) की लोकेशन अमेरिका और जापान में दिखाई। इधर, मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि वे बुल्ली बाई ऐप मामले की जांच करा रहे हैं।
गौरतलब है कि नीरज को पता था कि वीपीएन अलग होने से जांचकर्ताओं को लगेगा कि इसके यूजर अमेरिका और जापान में ही रहते हैं। इस वजह से उसे पकड़ने में दिल्ली पुलिस को खासी परेशानी हुई। दिल्ली पुलिस ने आरोपी की बातों की और गहराई से जांच करने का फैसला किया है। पुलिस ने उसे सात दिनों तक रिमांड पर लिया है। हालांकि, पुलिस को अभी तक ये स्पष्ट नहीं हुआ है कि नीरज ने ये ऐप बनाया ही क्यों।
इस तरह बनाया ऐप नीरज ने पुलिस को बताया है कि उसने बुल्ली बाई ऐप से पहले बनाए हुए ऐप सुल्ली डील्स (Sulli Deals) को हूबहू कॉपी किया। उसके कोड और ग्राफिक्स एडिट किया और नया रूप दे दिया। उसने ट्विटर हैंडल @bullibai_ भी बनाया। उसने बताया कि उसने नवंबर 2021 में गिट हब अकाउंट और ऐप बनाया था। दिसंबर 2021 में अपडेट किया था।
दूसरी ओर, नीरज बिश्नोई को वेल्लोर इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (वीआईटी) ने सस्पेंड कर दिया है। उसे गुरुवार को असम के जोरहाट से गिरफ्तार किया था। पुलिस ने कहा है कि 21 वर्षीय बिश्नोई इस मामले में मुख्य साजिशकर्ता है और कथित तौर से विवादास्पद ऐप बनाने में शामिल है जिस पर कथित नीलामी के लिए सैकड़ों मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरें पोस्ट की गई थीं
अधिकारी ने कहा कि मामले में बिश्नोई की संलिप्तता सामने आने के तुरंत बाद ही वीआईटी प्रशासन ने उसके खिलाफ कार्रवाई की। वीआईटी, भोपाल परिसर मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से लगभग 100 किलोमीटर दूर सीहोर जिले में स्थित है। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।
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