नई दिल्ली: हज यात्रा 2020 के लिये सऊदी अरब ने सीमित संख्या के लिए अनुमति दे दी है, लेकिन कोरोना संक्रमण (Coronavirus) के मद्देनज़र काफी एहतियात बरती जा रही है. सऊदी अरब के गृह मंत्रालय ने नई गाइडलाइंस जारी करते हुए रविवार को बताया कि बिना परमिट के पवित्र स्थलों जैसे मक्का में जाने वालों पर दस हज़ार सऊदी रियाल (2666 US डॉलर) या फिर करीब 2 लाख रुपए का भारी जुर्माना लगाया जाएगा।
अगर कोई दूसरी बार प्रवेश करने की कोशिश करता पकड़ा गया तो जुर्माना डबल यानी के चार लाख रुपए होगा. अगर कोई बार-बार ऐसा करता है तो उसे जेल भेज दिया जाएगा.
खलीज टाइम्स के मुताबिक सऊदी अरब ने इस साल कोरोना वायरस की वजह से हज यात्रा के लिए सऊदी अरब आने वाले लोगों की संख्या को कम किया है. सऊदी गृह मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि ये प्रतिबंध 19 जुलाई (धुल क़दाह) से 2 अगस्त (धुल हिज्जाह) तक चलेगा. सऊदी प्रेस एजेंसी ने सऊदी अरब सरकार के गृह मंत्रालय के मुताबिक बताया- ‘गृह मंत्रालय के एक आधिकारिक सूत्र ने सभी नागरिकों और बाशिंदों से आगामी धार्मिक यात्राओं के दौरान नियमों का पालन करने को कहा है।
उन्होंने ज़ोर दिया है कि हज के दौरान सुरक्षाकर्मी नियमों के उल्लंघन को रोकने के लिए पवित्र स्थलों तक जाने वालीं सभी सड़कों और रास्तों पर तैनात रहेंगे.’ सऊदी अरब के प्रशासकों का कहना है कि कोरोना वायरस की वजह से उन्होंने हज करने वालों की संख्या लगभग दस हज़ार तक करने का फ़ैसला किया है. सऊदी अरब से बाहर रहने वाले लोगों के लिए इस साल हज करने की डेडलाइन बीते शुक्रवार ख़त्म हो गई।
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