पठान की लगातार कामयाबी के बाद हर कोई खुल कर अपनी बात रख रहा है ऐसे में गीतकार और कवि जावेद अख्तर सोमवार को एक साहित्यिक बैठक में भाग लेने के लिए आएं, जहां उन्होंने अपने काम पर चर्चा की। साथ ही अपने जीवन के किस्सों को श्यर किया और अपनी महान कृति ‘वक्त’ की कुछ पंक्तियों को पढ़कर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। बैठक के दौरान, सीटी कवि से मिले और उन्होंने हाल ही में बायकॉट बॉलीवुड की प्रवृत्ति के बारे में अपने विचार रखे। जावेद ने कहा, ‘बॉलीवुड संस्कृति का बहिष्कार नहीं चलेगा। यह कोई तवज्जो देने लायक नहीं है।’ उन्होंने कहा, ‘शाहरुख के बारे में जो भी कहा जा रहा है वह बकवास है। वह एक सज्जन व्यक्ति हैं। वह जितना हो सकता है धर्मनिरपेक्ष हैं। मैंने उनके घर में माहौल देखा है, वे कैसे रहते हैं और कई त्योहारों में कैसे शामिल होते हैं।’
कोलकाता में अपने रहने के बारे में बात करते हुए अख्तर (Javed Akhtar) ने कहा कि कैसे शहर देश के अन्य महानगरों से अलग है। उन्होंने कहा, ‘कोलकाता के लोग स्वभाव से सरल लेकिन बौद्धिक रूप से बहुत जटिल हैं।’ अख्तर, जो कोलकाता पुस्तक मेले में नियमित रूप से आते हैं, ने कहा, ‘मैं हर साल बोई मेला के लिए आता हूं। मैं नास्तिक हूं और वही मेरा एकमात्र तीरथ है। किसी भी समय वहां कम से कम 20,000 लोग मौजूद होते हैं। यह खुद को साफ करने जैसा है।’
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