‘रेलवे की हालत फिलहाल अच्छी नहीं’ रेल टिकट पर सीनियर सिटीजन को नहीं मिलेगी छूट :रेल मंत्री

इसके बाद अश्विनी वैष्णव ने यह भी बताया कि रेलवे को हर साल सैलरी बिल में 97 हजार करोड़ रुपए और पेंशन बिल पर 60 हजार करोड़ रुपए खर्च करने पड़ते हैं। इन सबके अलावा रेलवे 40 हजार करोड़ रुपए सिर्फ फ्यूल खरीदने पर खर्च करता है। अश्विनी ने कहा, ‘पिछले साल हमने 59 हजार करोड़ रुपए पैसेंजर सब्सिडी दी है। नई सुविधाएं लाई जा रही हैं। अगर नए फैसले लेने होंगे तो हम लेंगे, लेकिन फिलहाल तो सभी लोगों को यह देखना चाहिए कि रेलवे की हालत अच्छी नहीं है।’

बता दें कि बुजुर्ग नागरिकों को रेल यात्रा के दौरान किराए में मिलने वाले कन्सेशन को कोविड-19 महामारी के दौरान बंद कर दिया गया था, उस वक्त इसे तात्कालिक तौर पर उठाया गया कदम माना जा रहा था। इसके बाद लोगों को उम्मीद थी कि कोरोना महामारी से हालात सामान्य होने पर इसे फिर से बहाल कर दिया जाएगा, लेकिन ऐसा अब तक नहीं हो पाया है।

इसके अलावा रेल मंत्री ने बताया कि राम मंदिर का निर्माण पूरा होने के बाद अयोध्या को ट्रेनों के जरिए देश के हर कोने से जोड़ने की योजना तैयार कर ली गई है। उन्होंने कहा कि देश के 41 प्रमुख रेलवे स्टेशनों के री-डेवलपमेंट का काम जारी है, जिसके बाद बाकी स्टेशनों का विकास भी चरणबद्ध तरीके से जल्द ही किया जाएगा।

अश्विनी ने बताया कि हमने 2030 तक रेलवे को पूरी तरह प्रदूषण मुक्त बनाने का लक्ष्य रखा है और इसे हासिल करने के लिए लगातार काम भी किया जा रहा है। रेल मंत्री ने बताया कि इसके लिए हाइड्रोजन से चलने वाली ट्रेनें विकसित करने पर काम चल रहा है, जिसके लिए डिजाइनिंग और डेवलपमेंट से लेकर निर्माण तक का सारा काम भारतीय इंजीनियर ही करेंगे।

Donate to JJP News
जेजेपी न्यूज़ को आपकी ज़रूरत है ,हम एक गैर-लाभकारी संगठन हैं,इसे जारी रखने के लिए जितना हो सके सहयोग करें.

Donate Now

अब हमारी ख़बरें पढ़ें यहाँ भी
loading...