न जाने गोदी मीडिया के पत्तलकारों को कौन सी भाषा समझ आती है या फिर यू कहें कि उन्हें दलाली के अलावा कोई और भाषा समझ में ही नहीं आती। तभी तो जब देखो हर शो में हर किसी के सामने 8सिर्फ अपने आका की बड़ाई और बाकी दलों की बुराई ही सुनना सुनाना पसन्द करती है। लेकिन अगर इन पत्तलकारों के सामने राकेश टिकैत जैसी शख्सियत मौजूद हो तो बेहतरी तो इसी में है कि थोड़ा नरमी से काम लिया जाए।
लेकिन चित्रा त्रिपाठी को अपनी वफादारी के आगे ये सब कहाँ समझ आएगा। मैडम चली थीं टिकैत से चुनाव लड़ने न लड़ने का सवाल करने लेकिन टिकैत ने तो उनकी सारी मेहनत पर जैसे पानी फेर दिया। जब टिकैत ने चित्रा त्रिपाठी का वार उन्ही पर पलट दिया तो चित्रा को तो मिर्ची लग गईं।
चित्रा जी हर तरह से अपने दलाली के फ़र्ज़ को पूरा करने की कोशिश करती रहीं लेकिन टिकैत ने उनको टिकने नहीं दिया। चित्रा त्रिपाठी की इस करारी बेइज़्ज़ती पर आप क्या कहना चाहते हैं हमें कमेंट करके ज़रूर बताएं।
जेजेपी न्यूज़ को आपकी ज़रूरत है ,हम एक गैर-लाभकारी संगठन हैं,इसे जारी रखने के लिए जितना हो सके सहयोग करें.