भारत के बाद चीन को अब सऊदी अरब से बड़ा झटका लगा हैं। सऊदी अरब ने नकली उत्पादों के विपणन के लिए 184 चीनी वेबसाइटों को अवरुद्ध कर दिया है। गल्फ न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक़ चीनी वेबसाइट मार्केटिंग के जरिए खराब़ और मिलावटी सामान बेच रही थी, जिसका असर सऊदी अरब के बाजार पर पड़ रहा था।
अल जज़ीरा अखबार की एक रिपोर्ट के अनुसार चीनी वेबसाइटें भी उपयोगकर्ताओं को रिटर्न और एक्सचेंज की पेशकश नहीं कर रही थीं। वे आफ़्टरसेल्स सेवाएँ प्रदान करने में भी असफल रहे। ये वेबसाइट गुणवत्ता के मामले में भी उपयोगकर्ताओं को भ्रमित कर रही थीं। सऊदी मंत्रालय ने सभी वेबसाइटों को अवरुद्ध कर दिया है जिसमें उपभोक्ता सेवाओं के साथ-साथ पते और संपर्क नंबर भी शामिल नहीं हैं।
साथ ही, सऊदी सरकार ने आम जनता को सोशल मीडिया पर ऐसे विज्ञापनों से बचने के लिए प्रतिष्ठित दुकानों से सामान खरीदने का संदेश जारी किया। रिपोर्ट के अनुसार, अधिकारियों ने अपनी जांच में पाया कि लोगों को अरबी भाषा में विज्ञापनों द्वारा आकर्षित किया जा रहा है।
जब अधिकारियों ने ऐसी एक वेबसाइट को अवरुद्ध किया, तो पांच अन्य वेबसाइटों के माध्यम से नकली विपणन शुरू किया गया। सऊदी अधिकारियों का कहना है कि 184 वेबसाइटों को एक ही समय में लॉन्च किया गया था ताकि अधिक से अधिक लोगों को आकर्षित किया जा सके, इसलिए उन्हें एक ही बार में अवरुद्ध करना पड़ा। वेबसाइटें कपड़े, जूते, बैग, इत्र, सौंदर्य और इलेक्ट्रॉनिक्स सामान बेच रही थीं। इससे पहले, भारतीय इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय ने आईटी अधिनियम की धारा 69 ए के तहत चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध लगा दिया था।
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