तमिलनाडु हेलिकॉप्टर हादसे में जान गंवाने वाले सीडीएस बिपिन रावत का अंतिम संस्कार शुक्रवार को पूरे सैन्य सम्मान के साथ दिल्ली कैंट स्थित बराड़ चौक पर किया गया। सीडीएस बिपिन रावत के साथ ही उनकी पत्नी मधुलिका रावत का भी अंतिम संस्कार किया गया। अंतिम संस्कार से पहले सीडीएस बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत के पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए उनके सरकारी आवास पर रखा गया। इस दौरान कई गणमान्य लोग उनको श्रद्धांजलि देने उनके आवास पर पहुंचे।
किसान नेता राकेश टिकैत भी जनरल रावत को श्रद्धांजलि देने पहुंचे। इस दौरान बाहर खड़े लोगों ने राकेश टिकैत के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। लोगों ने राकेश टिकैत मुर्दाबाद जैसे नारे भी लगाए। इतना ही नहीं बिपिन रावत को श्रद्धांजलि देने के लिए उनके आवास के बाहर खड़े कई लोगों ने किसान नेता के खिलाफ अभद्र भाषा का भी इस्तेमाल किया। राकेश टिकैत के खिलाफ नारेबाजी किए जाने को लेकर समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने नारेबाजी का वीडियो शेयर कर भाजपा पर निशाना साधा और कहा कि ये भाजपा के लोग हैं।
जनरल रावत जी की अंतिम यात्रा में किसान नेता राकेश टिकैट जी के ख़िलाफ़ नारे लगानेवाले भाजपाइयों ने साबित किया है कि वो ‘जय जवान-जय किसान’ के उद्घोष में विश्वास नहीं करते हैं।
ये सेना का अपमान भी है और किसान का भी। शोक के समय में भाजपाइयों का ऐसा अभद्र व्यवहार देश माफ़ नहीं करेगा। pic.twitter.com/g5gNNxrU0z
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) December 10, 2021
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा कि जनरल रावत जी की अंतिम यात्रा में किसान नेता राकेश टिकैत जी के खिलाफ नारे लगाने वाले भाजपाइयों ने साबित किया है कि वो ‘जय जवान-जय किसान’ के उद्घोष में विश्वास नहीं करते हैं। ये सेना का अपमान भी है और किसान का भी। शोक के समय में भाजपाइयों का ऐसा अभद्र व्यवहार देश माफ़ नहीं करेगा।
सीडीएस जनरल बिपिन रावत और मधुलिका रावत की बेटियां कृतिका और तारिणी ने अपने माता-पिता के पार्थिव शरीर को मुखाग्नि दी। मुखाग्नि के वक्त जनरल रावत को 17 तोपों की सलामी दी गई। चीफ ऑफ़ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत के अंतिम संस्कार के दौरान कई देशों के सैन्य कमांडर भी मौजूद रहे। फ्रांस के राजदूत इमैनुएल लिनेन ने भी श्मशान घाट पहुंचकर सीडीएस जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत के पार्थिव शरीर को श्रद्धांजलि अर्पित की।
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