कनाडा में लाखों के पैकेज की नौकरी छोड़कर शुरू की UPSC की तैयारी, 174वीं रैंक हासिल कर बनी IPS अधिकारी

युवाओं मे विदेश में नौकरी को लेकर एक अलग ही क्रेज होता है। उच्च शिक्षा प्राप्त कर लेने के बाद ज्यादातर युवाओं की ये ख्वाहिश होती है कि वे विदेश जाकर नौकरी करें और वही सेटल हो जाएं। ऐसे में आईपीएस पूजा यादव की कहानी आपकी सोच को बदल कर रख देगी।

पूजा यादव ने विदेश में नौकरी की लेकिन जब उन्हें लगा कि उन्हें देश के लिए कुछ करना चाहिए. उन्होंने विदेश में अपनी नौकरी छोड़ दी. पूजा विदेश से नौकरी छोड़कर हिंदुस्तान वापस आ गईं और यूपीएससी की तैयारियों में जुट गईं। आज पूजा यादव भारतीय पुलिस सेवा में अधिकारी के तौर पर कार्यरत हैं। पूजा यादव की सक्सेस स्टोरी उन युवाओं के लिए एक प्रेरणा हो सकती है जो विदेश में जाकर बस जाते हैं.

हरियाणा के एक गांव की रहने वाली पूजा यादव गरीब परिवार से ताल्लुक रखती हैं. उन्होंने अपनी शुरुआती पढ़ाई गांव के ही स्कूल से की. शुरुआती पढ़ाई हरियाणा के M.L.S डी.ए.वी पब्लिक स्कूल से की। उन्होंने Biotechnology and Food Technology से M. Tech भी किया हुआ है.

एक साक्षात्कार में उन्होंने बताया था कि उनकी पढ़ाई के खत्म होने के बाद काफी समय तक नौकरी नहीं मिल पा रही थी. नौकरी ना मिलने और आर्थिक स्थिति ज्यादा अच्छी ना होने की वजह से उन्हें एक ऑफिस में रिसेप्सनिस्ट के पद पर काम करना पड़ा था. पैसों की तंगी के कारण उन्होंने बच्चों को कुछ समय के लिए कोचिंग भी पढ़ाई थी. वो कहती हैं Biotechnology and Food Technology के क्षेत्र में देश में अवसर ज्यादा नहीं हैं.

यही वजह थी कि उन्होंने विदेश में जाकर नौकरी करने का फैसला किया. उन्होंने 2 साल तक कनाडा और जर्मनी में नौकरी की. यहां उन्हें अच्छा खासा वेतन मिल रहा था. इस दौरान उनकी बड़ी बहन क्रांति यादव से बातचीत होती रहती थी. क्रांति यादव आईएएस अधिकारी हैं. उन्होंने पूजा को यूपीएससी परीक्षा की तैयारी करने की सलाह दी. पूजा को भी लगा विदेश में नौकरी कर वो वहां की तरक्की में योगदान दे रही हैं. वहीं, अगर वो वापस भारत में काम करेंगी तो यहां की तरक्की में अपना योगदान दे पाएंगी. बस इसी ख्याल ने उन्हें भारत आने पर मजबूर कर दिया. यहां आकर उन्होंने यूपीएससी परीक्षा की तैयारी करना शुरु कर दिया.

पूजा यादव ने विदेश से वापस आने के बाद मेहनत और लगन से तैयारी शुरु कर दी. इस दौरान उन्होंने बड़ी बहन आईएएस क्रांति यादव से मदद लेकर यूपीएससी के पैटर्न को समझ लिया. उन्हें पहले प्रयास में सफलता नहीं मिल सकी. पहले प्रयास में असफलता मिलने के बाद भी उन्होंने अपने आत्मविश्वास को कम नहीं होने दिया. वो बताती थी कि उन्हें विश्वास था कि एक ना एक दिन वो ये परीक्षा पास कर लेंगी. हुआ भी वहीं, उन्होंने दूसरे प्रयास में इस परीक्षा को पास कर लिया.

वो कहती हैं कि यूपीएससी का सिलेबस अन्य परीक्षाओं से काफी विस्तृत है. यही वजह है कि आप कुछ समय बाद पढ़ाई से ऊबने या थकने लगते हैं. इसका विकल्प ये है कि आप अपनी दिनचर्या में घूमना फिरना या खेलकूद को शामिल करना ना भूलें. इससे आपका दिमाग स्वस्थ्य रहेगा और पढ़ाई में ज्यादा मन लगेगा. एकदम से पूरी पढ़ाई करने के बजाय रोजाना थोड़ा थोड़ा पढ़ाई करें. धीरे धीरे आपका पढ़ाई में मन लगने लगेगा.

कड़ी मेहनत और लगन की बदौलत पूजा ने दूसरी बार में यूपीएससी में 174वीं रैंक हासिल कर ली. मसूरी से पढ़ाई के बाद अब वो गुजरात के थराड में अपनी सेवाएं दे रही हैं. पूजा यादव ने गोधरा की एसपी डॉ. लीना पाटिल से अपनी ट्रेनिंग पूरी की थी. थराड में वो पहली ऐसी आईपीएस अधिकारी हैं जिन्हें सेवा देने का मौका मिला है.

पूजा कहती हैं कि थरा़ड पाकिस्तान और राजस्थान दोनों की सीमा साझा करता है। थराड में उन्हें बहुत कुछ सीखने को मिल रहा है. वो एससी-एसटी अत्याचार से संबंधित मामलों और महिलाओं पर हो रहे अत्याचार पर ज्यादा फोकस करना चाहती हैं. उन्होंने अपनी टीम के साथ कई छापे भी मारे हैं। उन्होंने 1.5 करोड़ रुपये से अधिक की अवैध शराब, अवैध गांजा जब्त किया है.

पूजा यादव आईपीएस ऑफिसर के साथ सोशल मीडिया में भी काफी एक्टिव रहती हैं. सोशल मीडिया में उनके पोस्ट आए दिन वायरल होते रहते हैं. फेसबुक और इंस्टाग्राम में उन्हें लाखों लोग फॉलो करते हैं. हाल ही में उनकी शादी की तस्वीरें सोशल मीडिया में खूब वायरल हुई थीं.

साल 2016 के केरल कैडर के आईएएस अधिकारी विकल्प भारद्वाज और पूजा यादव 18 फरवरी 2021 को शादी के बंधन में बंध गए. बता दें कि मसूरी के लाल बहादुर शास्त्री प्रशासनिक अकादमी में दोनों की मुलाकात हुई थी.

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