हाथरस : उत्तर प्रदेश के हाथरस कांड में जेल में बंद चारों आरोपियों ने जेल से पत्र लिखकर अपने आप को निर्दोष बताया है।
यह पत्र आरोपियों ने हाथरस एसपी को भेजा है जिसमें संदीप, रामू, रवि और लव कुश के अंगूठे के निशान भी हैं।
पत्र में आरोपियों ने पुलिस अध्यक्ष को लिखा है कि उन्हें झूठे मामले में फंसाया जा रहा है।
बलात्कार के मुख्य आरोपी संदीप ने पत्र में लिखा है कि मेरे और मनीषा के बीच अच्छी दोस्ती थी। हम मिलने के साथ-साथ फोन पर भी बात करते थे । जो कि मनीषा के घर वालों को पसंद नहीं था।
घटना के दिन भी खेत पर मैं मनीषा से मिला था। उसके साथ उसके मां और भाई भी थे। जिनके कहने पर मैं वहां से तुरंत लौट गया और अपने पिता के साथ पशुओं को पानी देने लगा। बाद में मुझे गांव वालों से पता लगा कि मेरी दोस्ती के चलते मनीषा के भाई और मां ने मनीषा के साथ मारपीट की है। जिसके बाद उसकी मृत्यु हो गई।
आरोपी ने लिखा कि मैंने कभी भी मनीषा के साथ मारपीट या गलत संबंध नहीं बनाए थे। मुझे तथा गांव के अन्य 3 लोगों को गलत आरोप में फंसाया जा रहा है।
आरोपी ने थाना अध्यक्ष से गुहार लगाई है कि इस संबंध में उचित कार्यवाही की जाए।
जिलाध्यक्ष आलोक सिंह के अनुसार जेल मैनुअल के मुताबिक किसी भी बंदे को जेल से बाहर चिट्ठी भेजने का अधिकार है। बुधवार को दोपहर में यह चिट्ठी लिफाफा बंद कराकर उपलब्ध कराई गई, जो शाम तक हाथरस के एसपी को दे दी गई।
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