नई दिल्ली: तीनों कृषि कानूनों की वापसी के बाद अब किसानों की घर वापसी का भी सिलसिला शुरू हो गया है. किसानों ने सुंघू बॉर्डर से अपने तंबू उखाड़ने शुरू कर दिए हैं, और धीरे-धीरे सभी किसान प्रदर्शनकारी अपने घरों की ओर लौट रहे हैं. इस सब के बीच बीएसपी के एक नेता ने सीएए (CAA) को वापस लेने की मांग उठाई है.
लोकसभा में सोमवार को बहुजन समाज पार्टी के एक सदस्य ने सरकार से संशोधित नागरिकता कानून (CAA) को वापस लिए जाने की मांग करते हुए इस मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से माफी की मांग की. बसपा के कुंवर दानिश अली ने शून्यकाल में इस विषय को उठाते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने हाल ही में तीन कृषि कानूनों को वापस लिया है और इनके खिलाफ प्रदर्शन के दौरान किसानों पर दर्ज मुकदमे वापस लिए जाने का लिखित आश्वासन भी दिया है.
उन्होंने कहा कि इसी तरह सीएए को भी वापस लिया जाना चाहिए जिसके खिलाफ दिल्ली के शाहीन बाग समेत देशभर में शांतिपूवर्क आंदोलन हुए थे. दानिश अली ने कहा, ‘‘सरकार से मांग है कि वक्त रहते सीएए को वापस लिया जाए और दोबारा लोगों को आंदोलन के लिए मजबूर नहीं किया जाए. उन्होंने सीएए विरोधी आंदोलन के दौरान लोगों पर दर्ज मुकदमों को वापस लिए जाने और प्रधानमंत्री मोदी से इस मामले में माफी की मांग भी की.
जेजेपी न्यूज़ को आपकी ज़रूरत है ,हम एक गैर-लाभकारी संगठन हैं,इसे जारी रखने के लिए जितना हो सके सहयोग करें.