बीजिंग: उइगर मुस्लिम समुदाय के प्रति चीन के व्यवहार को लेकर दुनिया भर में गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं. उइगर समुदाय की पहचान ख़त्म करने से लेकर उनके शोषण और नरसंहार के आरोपों से चीन घिरा हुआ है.
अब अमेरिका में रहने वाली उइगर लेखक रेयान असत ने चीन में उइगर लोगों पर हो रहे जुल्म को लेकर कुछ बड़े खुलासे किए हैं. रेयान के मुताबिक चीन न सिर्फ उइगर समुदाय की महिलाओं को जबरदस्ती बांझ बना रहा है बल्कि जनसंख्या पर नज़र रखने के लिए उनके गर्भाशय में जबरन लगा रहा डिवाइस भी लगा रहा है.
चीन में उइगर और दूसरे अल्पसंख्यक मुस्लिमों के साथ ज्यादती की खबरें आती रहती है. हाल में ही आई एक रिपोर्ट में ये दावा किया गया है कि उइगर और दूसरे अल्पसंख्यक मुस्लिमों के बच्चे पैदा करने पर अनकहा प्रतिबंध लागू कर दिया गया है.
शिनजियांग प्रांत में चीन की शी जिनपिंग की सरकार जन्म नियंत्रण अभियान चला रही है. यहां मुस्लिम औरतों को जानबूझ कर गर्भ निरोधक गोलियां खिला दी जा रही हैं. चीन का मकसद साफ है, या तो मुस्लिम उनके देश से खत्म हो जाये या तो अपने रीति रिवाज छोड़ कर चीन की परम्पराएं अपना लें. चीन में ज्यादातर मस्जिद भी तोड़ दिए गए हैं.
इससे पहले रिपोर्ट्स में बताया गया था कि चीन में उइगर मुस्लिम महिलाएं अगर गर्भवती पाई जाती हैं तो उन्हें जबरदस्ती अबॉर्शन कराना पड़ता है। उन्हें और बच्चों की इजाजत नहीं होती।
यहां तक कि अधिकारी महिलाओं के पीरियड्स पर भी नजर रखते हैं ताकि गर्भ का पता चल सके। ऐसा सिर्फ उइगर महिलाओं के साथ किया जाता था, चीनी महिलाओं के साथ नहीं। पहले देश में एक बच्चे की नीति थी लेकिन जब यह नीति खत्म हो गई उसके बाद भी उइगरों के खिलाफ अत्याचार जारी है।
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