गंगा जमुनी तहजीब की अनोखी मिसाल , वाराणसी के एक मदरसे में मुस्लिम बच्चे उर्दू के साथ-साथ पढ़ते हैं संस्कृत

लखनऊ: भारत दुनिया में अपनी गंगा जमुनी तहजीब के लिए जाना जाता है. यहां जितने मंदिर हैं उतनी ही मस्जिदें भी हैं. इस पवित्र शहर में घंटे-घड़ियाल की आवाज के बीच अजान की गूंज भी सुनाई देती है. इसी काशी (Kashi) में एक ऐसा अनोखा मदरसा भी है, जहां मुस्लिम बच्चों को उर्दू के साथ देववाणी संस्कृत की शिक्षा भी दी जाती है. खास बात ये भी है कि इस अनोखे मदरसे में सिर्फ मुस्लिम ही नहीं बल्कि हिन्दू बच्चे भी शिक्षा लेते हैं

शहर के अर्दली बाजार में बना ये अनोखा मदरसा पूरे शहर में अपनी गंगा जमुनी तहजीब के लिए जाना जाता है. ‘खानम जानम’ मदरसे के प्रधानाचार्य मोहम्मद सलाउद्दीन ने बताया कि उनके यहां बच्चों को मजहब से दूर हर चीज की शिक्षा दी जाती है. संस्कृत भी उसका एक हिस्सा है. यहां पर बच्चों को उर्दू, अंग्रेजी, फारसी, अरबी, हिंदी के साथ समान रूप से संस्कृत की भी शिक्षा दी जा रही है.

इस अनोखे मदरसे में मुस्लिम बच्चों में उर्दू के साथ संस्कृत की शिक्षा को लेकर खासा उत्साह देखने को मिल रहा है. मदरसे में बच्चों को संस्कृत की तालीम मिल सके, इसके लिए मदरसे में संस्कृत के शिक्षक भी रखे गए हैं.

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