भरतपुर. राजस्थान में धर्मांतरण (Conversion) का एक बार फिर से बड़ा मामला सामने आया है. प्रदेश के भरतपुर जिले के कुम्हेर कस्बे में रविवार को एक सामूहिक विवाह सम्मेलन में 11 नवविवाहित जोड़ों का धर्मांतरण करवाया गया. इस मामले की भी पुलिस-प्रशासन को कोई खबर नहीं लग पाई. संत रविदास सेवा विकास समिति की ओर से आयोजित इस सामूहिक विवाह सम्मेलन में 11 जोड़ों को हिंदू देवी देवताओं को नहीं मानने की शपथ दिलाई गई. उसके बाद सभी जोड़ों ने बौद्ध धर्म (Buddhism) अपनाया. धर्म परिवर्तन कराने की वीडियोग्राफी भी कराई गई है.
'मैं ब्रह्मा,विष्णु और महेश को नहीं मानूंगा'
◆ राजस्थान के भरतपुर में 11 जोड़ों को दिलवाई गई हिंदू विरोधी शपथ#Rajasthan #Bharatpur pic.twitter.com/Et7w1B42Qp
— News24 (@news24tvchannel) November 22, 2022
जानकारी के अनुसार कुम्हेर कस्बे में रविदास सेवा विकास समिति की ओर से रविवार को सामूहिक विवाह सम्मेलन का आयोजन किया गया था. इसमें 11 जोड़ों का रजिस्ट्रेशन हुआ था. इस सम्मेलन को लीड कर रहे शंकरलाल बौद्ध ने बताया कि 11 जोड़ों को 22 शपथ दिलाई गई है. शंकरलाल बौद्ध ने बताया कि बाबा भीमराव अंबेडकर द्वारा दोहराई गई 22 प्रतिज्ञा को वर-वधू को दिलाकर विवाह विवाह संपन्न कराया गया. इस सम्मेलन में डीग और कुम्हेर के अधिकारी भी मौजूद रहे थे. उनके वहां से जाने के बाद यह शपथ ग्रहण कार्यक्रम आयोजित कराया गया. सम्मेलन में कई जनप्रतिनिधियों ने भी शिरकत की थी. लेकिन शपथ ग्रहण से पहले वे सब भी वहां से जा चुके थे।
पूरे मामले को लेकर विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने आपत्ति जताई है. उन्होंने कहा है कि सार्वजनिक मंच पर विवादित शपथ दिलाना देश की अखंडता के लिए खतरा है. पूर्व जिला प्रमुख राजवीर सिंह और विश्व हिंदू परिषद के जिला अध्यक्ष लाखन सिंह ने बताया कि इस तरह का कार्यक्रम होना गंभीर मामला है. इस पूरे मामले को लेकर प्रशासन को अवगत कराया जाएगा. ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए जो देश की अखंडता के लिए खतरा पैदा कर रहे हैं.
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